बारिश के मौसम में कई लोगों को आइसक्रीम खाने का शौक होता है। इसके लिए वे बूंदे गिरते ही आइसक्रीम कॉर्नर पहुंच जाते हैं। बरसात के मौसम में नमी, तापमान में उतार-चढ़ाव और बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं। इस मौसम में हमारी इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है। शरीर मौसम के अनुकूल ढलने में कुछ समय लेता है और सर्दी-जुकाम, गले में खराश जैसी समस्याएं बरसात में कॉमन हो जाती हैं। एक्सपर्ट्स लोगों को मानसून में ताजा और गर्म चीजें खाने की राय देते हैं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि क्या बारिश में लोगों को आइसक्रीम खानी चाहिए? चलिए एक्सपर्ट से जान लेते हैं।
नोएडा के डाइट मंत्रा क्लीनिक की फाउंडर और सीनियर डाइटिशियन कामिनी सिन्हा ने News18 को कहा कि बारिश के मौसम में वायरस और बैक्टीरिया अधिक सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में ठंडी आइसक्रीम खाने से गले में खराश, खांसी या टॉन्सिल की परेशानी हो सकती है। जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है या जिन्हें एलर्जी की परेशानी रहती है, उन्हें आइसक्रीम से परहेज करना चाहिए। हालांकि कभी-कभार बारिश में आइसक्रीम खाने से हानि नहीं होता है, लेकिन नियमित रूप से ऐसा न करें।
डाइटिशियन ने कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं कि हर किसी को बारिश में आइसक्रीम खाने से हानि ही हो। यदि किसी आदमी की इम्यूनिटी अच्छी है, तो उसे गले से जुड़ी कोई पुरानी परेशानी नहीं है, तो इससे कोई खास हानि नहीं होता। यदि आप मानसून में आइसक्रीम खाना चाहते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। सबसे पहले यह देखें कि आइसक्रीम अच्छी गुणवत्ता वाली हो और भरोसेमंद स्थान से ली गई हो। खुले में या सड़क किनारे मिलने वाली आइसक्रीम से परहेज करें, क्योंकि उसमें बैक्टीरिया पनपने की आसार अधिक होती है। इसके अतिरिक्त आइसक्रीम एकसाथ खाने की बजाय धीरे-धीरे खाएं।
एक्सपर्ट के अनुसार बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी अन्य लोगों की अपेक्षा कम होती है। इसलिए उन्हें बारिश में आइसक्रीम देने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर जिन बच्चों को बार-बार सर्दी-जुकाम होता है, उन्हें आइसक्रीम न देना ही बेहतर है। बुजुर्गों में भी डायबिटीज, एसिडिटी या गले की तकलीफ होने की स्थिति में आइसक्रीम हानिकारक हो सकती है। बारिश में आइसक्रीम खाना पूरी तरह से वर्जित नहीं है, लेकिन यह हर किसी के लिए एक जैसा नहीं होता है। आप सावधानी के साथ इसका आनंद लें।